ख्वाबों में
दिल ने किया मजबूर कुछ इस तरह के
ख्वाबों में भी तुम आने लगे
रात तोह काटे नहीं कट टी थी और अब तो
धड्कनों में भी तुम समाने लगे
दोस्त हज़ार नहीं सिर्फ एक चाहिए
दुःख सुख में दे साथ वो यार चाहिए
हम किसी को भूलते नहीं
लेकिन जो हमें याद रखे वो यार चाहिए
दोस्ती की तड़प को दिखाया नहीं जाता
दिल में लगी आग को बुझाया नहीं जाता
कितनी भी दूरी हो दोस्ती में
आप जैसे दोस्त को भुलाया नहीं जाता...
ख्वाबों में भी तुम आने लगे
रात तोह काटे नहीं कट टी थी और अब तो
धड्कनों में भी तुम समाने लगे
दोस्त हज़ार नहीं सिर्फ एक चाहिए
दुःख सुख में दे साथ वो यार चाहिए
हम किसी को भूलते नहीं
लेकिन जो हमें याद रखे वो यार चाहिए
दोस्ती की तड़प को दिखाया नहीं जाता
दिल में लगी आग को बुझाया नहीं जाता
कितनी भी दूरी हो दोस्ती में
आप जैसे दोस्त को भुलाया नहीं जाता...
...Ravi
Plz write your view here on -
'Mere Khwabon Me'
http://mere-khwabon-me.blogspot.com/
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5 comments:
"woh nafrat bhi kartey hain pyaar ke liye, inkaar bhi karte hain ikraar keliye, ajeeb hotte hain ye ishq karnewale, ankhein band bhi karte hain to didar ke liye"
achcha likha hai
Good one !!
Badhia likha hai
Do visit...
http://tanhaaiyan.blogspot.com
दिल ने किया मजबूर कुछ इस तरह के
ख्वाबों में भी तुम आने लगे
रात तोह काटे नहीं कट टी थी और अब तो
धड्कनों में भी तुम समाने लगे
bhut sundar. bhav bhi bhut sundar ban pada hai. jari rhe.
बहुत अच्छा लिखा है। बधाई स्वीकारें।
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