तेरी आंखो से
किताबो मे मेरे फसाने ढुढते है
नादान है, गुज़रे ज़माने ढुंढते है
जब वो थे, तालाश-ए-ज़िन्दगी भी थी
अब तो मौत के ठिकाने ढूंढते है
कल खुद ही अपनी मेहफिल से निकाला था
आज हुए से दिवाने ढूंढते है
मुसाफिर बेखबर है तेरी आंखो से
तेरे शहर मे मैखाने ढूंढते है
तुझे क्या पता ए-सितम धाने वाले
तेरे दिये ज़ख्मो मे प्यार के नज़राने ढूंढते है
निकल आते है अश्क़ हंसते हंसते
हम तो रोने के बहाने ढूंढते है.
किताबो मे मेरे फसाने ढुढते है
नादान है, गुज़रे ज़माने ढुंढते है
जब वो थे, तालाश-ए-ज़िन्दगी भी थी
अब तो मौत के ठिकाने ढूंढते है
कल खुद ही अपनी मेहफिल से निकाला था
आज हुए से दिवाने ढूंढते है
मुसाफिर बेखबर है तेरी आंखो से
तेरे शहर मे मैखाने ढूंढते है
तुझे क्या पता ए-सितम धाने वाले
तेरे दिये ज़ख्मो मे प्यार के नज़राने ढूंढते है
निकल आते है अश्क़ हंसते हंसते
हम तो रोने के बहाने ढूंढते है.
Plz comment on- https://www.blogger.com/comment.g?blogID=5111566473051374458&postID=192878912822906803
...Ravi
'YADEIN'
http://ravi-yadein.blogspot.com/
6 comments:
bhut badhiya rachana. badhai ho. likhate rhe.
aap apna word verification hata le taki humko tipani dene me aasani ho.
sundar.....
नए ब्लॉग की बधाई, सक्रिय लेखन कर हिन्दी ब्लॉग्गिंग जगत को और समृद्ध कीजिये, लिखते रहें....शुभकामनाओं सहित.
सस्नेह -
सजीव सारथी
www.podcast.hindyugm.com
09871123997
I really,thanks for your valuable comments. As I am new but having desire to write something in Hindi, Atah, mujhe aap logon ke amulya sujhavon ki zaroorat padti rahegi.
...Ravi
निकल आते है अश्क़ हंसते हंसते
हम तो रोने के बहाने ढूंढते है.
wah enjoyed reading it ya,
Good work Ravi !!
Too good and keep writing !!
Mazaa aa gaya padh kar...
Yogesh
http://tanhaaiyan.blogspot.com
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