Sunday, July 27, 2008

ख्वाबोँ का किला


ख्वाबोँ का किला



यह जोश-ए-जुनून देख के तारा
हमारे दिल के धड़कन रुक सी गयी
देख के ऐसे मोहब्बत आँखों मे तेरे
हमारे दिल मे भी चिंगारी सुलग गई

आज तेरे प्यार में एक शमा जलाए है
तेरे आने की उमीद मे आँगन सजाया है
तेरा राह देखती है यह तरसती आँखें
तेरी मोहब्बत से मैने ख्वाबोँ का किला बनाया है

तेरी दीवानी हुई मैं ऐ हमनशीन
तेरी मोहब्बत लाखों मे है एक हसीन
तेरे जैसा देखा नही मैने कोई
दिल मे एक तूफान मन मे है एक सनसनी.

3 comments:

seema gupta said...

यह जोश-ए-जुनून देख के तारा
हमारे दिल के धड़कन रुक सी गयी
देख के ऐसे मोहब्बत आँखों मे तेरे
हमारे दिल मे भी चिंगारी सुलग गई
"its really beautiful, and the pic along with is mind blowing"

Anonymous said...

Really u have good & sweet words.....like u, Ravi

...Shweta

Udan Tashtari said...

बहुत उम्दा, लिखते रहें.