Monday, August 4, 2008

गर हम न रहे

गर हम न रहे

काँटों को चुभना सिखाया नही जाता,
फूल को खिलना सिखाया नही जाता।
कोई बन जाता है ख़ुद ब ख़ुद,
किसी को अपना बनाया नही जाता।


दिल जो टूटेगा तो फरियाद करोगे तुम,
हम न रहे तो हमें याद करोगे तुम।
आज तो कहते हो हमारे पास वक्त नही,
पर एक दिन मेरे लिये वक्त बरबाद करोगे तुम।


6 comments:

रश्मि प्रभा... said...

bahut achhi,likhna kayam rakhiye

vineeta said...

bahut accha likha hai...badhaai

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत बढिया लिखा है।

दिल जो टूटेगा तो फरियाद करोगे तुम,
हम न रहे तो हमें याद करोगे तुम।
आज तो कहते हो हमारे पास वक्त नही,
पर एक दिन मेरे लिये वक्त बरबाद करोगे तुम।

vipinkizindagi said...

behatarin ......

Udan Tashtari said...

बहुत बढिया

ghughutibasuti said...

क्या बात है?
घुघूती बासूती